Top Posts

Posted by | November 18, 2020
मां आपका संडे तो कभी आता ही नहीं।

हमेशा की तरह आज भी सुबह के अलार्म बजने से पहले ही शशि की आंखें खुल गयी। दोनों हाथों को रगड़ कर हथेलियों की गर्माहट को चेहरे पर लगया और...

Continue Reading
Posted by | November 16, 2020
छुट गई सांसो की डोर

रोज़ की तरह आज भी मैं और मेरी १२ साल की बेटी गुड़िया शाम को फैक्ट्री से थके हारे घर को लौटे , फिर गुड़िया हमेशा की तरह पानी भरने...

Continue Reading
Posted by | November 16, 2020
मेरी राह न तकना…

आज अपनी 3 साल की बिटिया को स्कूल से लेने गई थी। स्कूल का गेट खुलने पर जब मेरी नन्ही परी दौड़ कर "मम्मा मम्मा" कह कर मेरे गले लग जाती है तब...

Continue Reading
Posted by | November 15, 2020
कल तक घर की बहु थी, अब हूँ जेठानी

बात उन दिनों की है जब मेरी शादी को अभी हफ्ता दस दिन ही बीते थे कि रात को करीब दो ढाई बजे कहीं से गाने की आवाज आयी "तू...

Continue Reading
Posted by | November 15, 2020
जादू की झप्पी

आज सुबह ऑफिस आने में थोड़ी देर हो गयी थी। खैर, ऑफिस पहुंची और जोर से बैग पटक कर, अपना सर पकड़ते हुए मैं प्रकाश से बोली "प्रकाश, आज ज्यादा...

Continue Reading
Posted by | November 12, 2020
पतिदेव के साथ पहली डेट

आज लैपटॉप पर मेरे हाथ कुछ ज़्यादा ही तेज़ चल रहे थे। सारी मीटिंग्स खत्म करके और मेल्स भेज कर मुझे आज जल्दी निकलना था। दरअसल आज मेरी, मेरे होने...

Continue Reading
Posted by | November 11, 2020
“दादी” जैसा.. कोई नहीं !

कल जब बिटिया ने कॉल पर दादी को प्यारी सी आवाज में पूछा कि "दादी आप मेरे घर कब आओगी"? तब दादी का दिल पिघल गया और लॉकडाउन में ढील...

Continue Reading
Posted by | November 11, 2020
सुनिए, आज बर्थडे है मेरा

आज सुबह से ही रश्मि का मूड बड़ा अच्छा था और हो भी क्यों ना? कल रश्मि का जन्मदिन जो है। कहने को भले ही रश्मि कल 26 बरस की...

Continue Reading
Posted by | November 11, 2020
मेरे “खून पसीने” की पहली कमाई

मेरे ब्लॉग की हैडिंग पढ़ कर आप लोग भी थोड़ा हैरान हुए होंगे की आखिर मैंने अपनी पहली सैलरी को अपने "खून पसीने की कमाई" क्यों कहा, साफ़ शब्दों में...

Continue Reading
Posted by | November 10, 2020
मैं और हैंडसम यमदूत … #हास्य

सुबह के अलार्म के साथ ही आंख खुली। उठते ही सबसे पहले अपने मनमोहना यानि कान्हा जी को प्रणाम किया और फिर रोज़मर्रा के कामो में लग गयी। थोड़ी ही...

Continue Reading
Posted by | November 10, 2020
देखना, अगली बार बेटा ही होगा !

आज मेरी प्रेगनेंसी का नवां महीना पूरा होने को था, और अब किसी भी पल ख़ुशख़बरी मिल सकती थी।अगले दिन डॉक्टर से चेकअप  करवाने पहुंचे तो मैंने बताया की एक दो...

Continue Reading
Posted by | October 6, 2020
यात्रा : वैशाली एक्सप्रेस

आज पड़ोस में कुछ ज़्यादा ही हलचल थी। पास के घर में रह रही ६ साल की गुनगुन आज बड़ी खुश दिख रही थी। मैंने पुछा तो गुनगुन की माँ...

Continue Reading
Posted by | October 6, 2020
मुश्किल है, मगर वक़्त ही तो है… गुज़र जाएगा।

"रवि ज़रा रुको ! नाश्ता तो करो " सुरभि नाश्ते की प्लेट उठाते हुए बोली। "सुरभि अभी नहीं, आज एक अर्जेंट मीटिंग के लिए ऑफिस जाना है, लेट हो रहा...

Continue Reading
Posted by | September 1, 2020
सात फेरो के सातों वचन

पड़ाव (अर्धांगनी रूप): ऐसा नहीं था की मैं आज पहली बार कोई ब्लॉग लिखने जा रही थी, पर आज जब हमारे रिश्ते पर कुछ लिखने की बारी आयी तो मैं...

Continue Reading