My Stories

My Stories

Posted by Rama Dubey | 19 11 2020| Top Posts
क्या हुआ तेरा वादा !

बात उन दिनों की है जब गौरी और समर कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे। समर और गौरी एक दूसरे को बहुत पसंद करते थे। दोनों में नज़दीकियां बढ़ती गईं और दोनों को एक दूसरे से बेइंतहां प्यार हो गया। एक दिन गौरी के घरवालों को कहीं से गौरी और समर के रिश्ते के बारे में...

Posted by Rama Dubey | 19 11 2020| Top Posts
मर्द को भी दर्द होता है !

दिल्ली के लक्ष्मी नगर की तंग गलियां, सड़को पर गाड़ियों का शोर और चारो तरफ खम्बों पर उलझी तारों के बीच आसमान जैसे ढक ही जाता है। यहीं अजय, अपनी माँ और छोटी बहन के साथ रहता था। अजय सिर्फ 12 साल का था, जब उसके पिता जी को बिज़नेस में भारी नुकसान हुआ था, जिस कारन...

Posted by Rama Dubey | 21 11 2020| Top Posts
धड़कन

उस दिन घड़ी की सुई शायद कुछ ज्यादा ही तेज़ चल रही थी और समय बीतता जा रहा था। दस बजे की अपॉइंटमेंट थी और अभी ढाई बजने को थे। दिल्ली के जाने माने IVF सेंटर में मैं और मेरे पति पिछले चार घंटे से इंतज़ार कर रहे थे। ऐसा नहीं था कि इतना लम्बा...

Posted by Rama Dubey | 21 11 2020| Top Posts
आज भी हरे हैं वो जख़्म !

"शोभा जल्दी करो, अगर देर हो गई तो शाम की आरती मिस हो जाएगी", बाथरूम का दरवाजा नॉक करते हुए अमित बोला। "हाँ हाँ बस दो मिनट| तब तक तुम राहुल को तैयार कर दो ना प्लीज"| आज मैं अपने पति अमित, 7 साल के बेटे राहुल और 5 साल की बेटी रूही के साथ...

Posted by Rama Dubey | 02 12 2020| Top Posts
देश पराया, छोड़ के आ जा…

प्यारे बेटे रोहित, कैसा है बेटा ?  तू खुश तो है ना परदेस में, माँ याद आती है वहाँ ? पता है रोहित, आज अचानक बड़े दिनों बाद अपनी अलमारी के दराज़ में मुझे मेरी पुरानी डायरी मिली। याद है रोहित,  तुझे बचपन में मेरी डायरी पढ़ना कितना अच्छा लगता था। तू छुप के मेरी डायरी पढता था...

Posted by Rama Dubey | 06 12 2020| Top Posts
मुझे भी “माँ” चाहिए !

आज जब नन्हा राहुल आंखे मलता हुआ उठा तो आश्रम में सभी लोग व्यस्त थे। आज आश्रम के आंगन की साफ़ सफाई और सजावट हो रही थी। पांच साल का नन्हा राहुल प्रभु कुटीर अनाथ आश्रम में और बच्चों के साथ रहता था। सामने सजावट का रंग बिरंगा सामान देख राहुल ने रितु दीदी, जो राहुल के...

Posted by Rama Dubey | 07 12 2020| Top Posts
क्या.. तुम चाय नहीं पीती ??

"आपको भी यह बात सुन कर हैरानी हुई होगी, पर हाँ मैं ना तो चाय पीती हूं और ना ही कॉफ़ी। अब तक चाय न पीने का कोई मलाल भी नहीं है मुझे, पर रह रह कर लोग मुझे ये एहसास करावा ही देते हैं कि चाय न पीना किसी गुनाह से कम नहीं। पर आप यकीन नहीं करेंगे,...

Posted by Rama Dubey | 08 12 2020| Top Posts
काश, मैं अपनी पत्नी के लिए हमसफ़र ढूंढ पाता!

संडे का दिन, मुंबई की बरसात और रेडियो पर बज रहा गाना "तुम को देखा तो ये ख्याल आया, जिंदगी धुप तुम घना साया", उतने में पूजा भी पास आ कर बैठ गई। कहने को तो पूजा और मेरी शादी को अब 3 साल हो गए थे, पर पूजा की आँखों की मासूमियत और चेहरे...

Posted by Rama Dubey | 09 12 2020| Top Posts
जा सिमरन जा…जी ले अपनी ज़िन्दगी !

बात सन 1995 की है , जब शाहरुख़ काजोल की (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे) का सुरूर लोगों के सर चढ़ कर बोल रहा था। तिवारी जी का घर भी इससे अछूता नहीं था। 9 से 5 की नौकरी करने वाले तिवारी जी बड़े ही सरल स्वाभाव के एक आम आदमी थे, जिनके तीन बच्चे हैं। मैं, मेरी...